Makar Sankranti is a major Hindu festival celebrated across India, marking the transition of the Sun […]
मनुष्य को जो फल एक हजार अश्वमेघ और एक सौ राजसूय यज्ञों से मिलता है, वही देव प्रबोधिनी एकादशी के व्रत से मिलता है।
देवउठनी एकादशी, जिसे प्रबोधिनी एकादशी या देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण एकादशी मानी जाती है। यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है, और इस दिन भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागते हैं। चार महीनों तक योगनिद्रा में रहने के बाद देवताओं के जागने का दिन होने के कारण इसे विशेष महत्व दिया गया है। इस दिन का व्रत और पूजा करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
गुरु-चांडाल योग ज्योतिष में एक विशेष योग है जो तब बनता है जब बृहस्पति (गुरु) और राहु एक साथ किसी राशि में स्थित होते हैं। यह योग ज्योतिष शास्त्र में आमतौर पर अशुभ माना जाता है
ऐसी मान्यता है कि जप और दान से देवी इतनी खुश नहीं होतीं, जितनी कन्या पूजन से , शास्त्रों के अनुसार एक कन्या की पूजा से ऐश्वर्य, दो की पूजा से भोग और मोक्ष, तीन की अर्चना से धर्म, अर्थ व काम, चार की पूजा से राज्यपद, पांच की पूजा से विद्या, छ: की पूजा से छ: प्रकार की सिद्धि, सात की पूजा से राज्य, आठ की पूजा से संपदा और नौ की पूजा से पृथ्वी के प्रभुत्व की प्राप्ति होती है।
hrad Pasha (also spelled Shraddha Paksha or Pitru Paksha) is a significant period in Hindu tradition dedicated to honoring and remembering ancestors.
हरितालिका तीज, जिसे आमतौर पर “हरितालिका तीज” के नाम से जाना जाता है, भारत में मनाए […]
Obstacles and Delays: Persistent hurdles and delays in achieving success, whether in career, education, or personal […]
Shani Sade Sati is one of the most discussed and often feared periods in Vedic astrology. It refers to a seven-and-a-half-year phase when the planet Saturn (Shani) exerts a significant influence on an individual’s life.
Mangal Dosh (also known as Mangal Dosha, Manglik Dosha, or Kuja Dosha) is a term used in Vedic astrology to describe a condition in a person's horoscope where the planet Mars (Mangal) is placed in certain positions that are considered to have negative implications, particularly for marriage.
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